मुक्तक
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:15, 30 जून 2013 का अवतरण (श्रेणी:उपन्यास (को हटा दिया गया हैं।))
मुक्तक काव्य या कविता का वह प्रकार है जिसमें प्रबन्धकीयता न हो। इसमें एक छन्द में कथित बात का दूसरे छन्द में कही गयी बात से कोई सम्बन्ध या तारतम्य होना आवश्यक नहीं है। कबीर एवं रहीम के दोहे; मीराबाई के पद्य आदि सब मुक्तक रचनाएं हैं। हिन्दी के रीतिकाल में अधिकांश मुक्तक काव्यों की रचना हुई।
इन्हें भी देखें: कबीर के दोहे, रहीम के दोहे एवं रसखान के मुक्तक
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख