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18:40, 8 मार्च 2011 का अवतरण
- अम्बष्ठ गण के लोग सिकन्दर के आक्रमण के समय भारत के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में चिनाब और सिन्धु के संगम स्थल के उत्तरी हिस्से में रहते थे।
- यूनानी इतिहासकारों ने इनका उल्लेख 'अम्बप्टनोई' नाम से किया है, जो संस्कृत भाषा के अम्बष्ठ शब्द का रूपान्तर है।
- ऐतरेय ब्राह्मण महाभारत और बार्हस्पत्य अर्थशास्त्र में अम्बष्ठ गण का उल्लेख मिलता है।
- यह प्रारम्भ में एक युद्धोपजीवी गण था, लेकिन बाद में इस गण के लोग पुरोहित, कृषक और वैद्य भी होने लगे थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ